हाइलाइट्स
- मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (अटल सेतु) से खुलने से बदल जाएगी मुंबई
- मुंबई से नवी मुंबई का 90 मिनट सफर 20 मिनट में हो जाएगी पूरा
- अटल सेतु से आगे चलकर पुणे एक्सप्रेस के जुड़ने से होगा बड़ा फायदा
- 1960 के दशक में इस समुद्र पर ब्रिज बनाने का देखा गया था सपना
- मुंबई से नवी मुंबई केवल 20 मिनट में पहुंचना संभव होगा।
- समुद्र पर बने अटल सेतु की कुल लंबाई 22 किलोमीटर है।
- 21.8 किलोमीटर लंबे ब्रिज में 16.5 किमी हिस्सा पानी पर है।
- मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का 5.5 किमी हिस्सा जमीन पर है।
- प्रतिदिन इस सेतु से 70 हजार वाहन गुजरने का अनुमान।
- इस ब्रिज से आने-जाने का का कुल टोल 375 रुपये होगा।
- सिंगल राइड के लिए 250 रुपये टोल निर्धारित हुआ है।
- प्रतिदिन टोल के जरिए 1.75 करोड़ रुपये की कमाई होगी
इन इलाकों को सीधा फायदा
ब्रिज खुलने के बाद मुंबई से नवी मुंबई, नवी मुंबई एयरपोर्ट, मुंबई-पुणे एक्सप्रेस, मुंबई गोवा हाइवे तक बगैर ट्रैफिक में फंसे पहुंचना आसान होगा। देश का सबसे लंबा ब्रिज कई मायनों में खास है। ब्रिज पर वाहनों को 100 किमी की स्पीड से गाड़ी दौड़ाने की अनुमति दी गई है। वाहनों की गति बनाए रखने के लिए देश में पहली बार ओपन रोड टोलिंग सिस्टम एमटीएचएल पर होगा।
एमटीएचएल का निर्माण 10 देशों के एक्सपर्ट और 15,000 स्किल्ड वर्कर्स की मदद से तैयार किया गया है। अत्याधुनिक तकनीक से बना ब्रिज भूकंप के झटकों और समुद्र की तेज लहरों के बीच 100 वर्ष तक खड़े रहने में सक्षम है। निर्माण के दौरान पर्यावरण और समुद्री जीवों का खयाल रखा गया है। इस ब्रिज को तैयार करने में 17,840 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।एमटीएचल के खुल जाने के बाद मुंबई, नवी मुंबई के बाद रायगड जिले में तीसरी मुंबई तैयार करने की योजना सरकार ने बनाई है। इसके लिए एमटीएचएल तैयार करने वाली एजेंसी एमएमआरडीए को वहां की प्लानिंग अथॉरिटी नियुक्त किया गया है। यह देश का सबसे लंबा पुल होगा तो वहीं दुनिया में यह लंबाई के मामले में 12वें नंबर है।
20 मिनट का रहा जाएगा सफर
अटल सेतु से मुंबई और नवी मुंबई के बीच के यात्रा का समय 2 घंटे से घटकर केवल 20-25 मिनट हो जाएगा, जिससे ईंधन और समय दोनों की बचत होगी।अटल सेतु पुल महाराष्ट्र के 2 सबसे बड़े शहरों को जोड़ने वाले मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा और यह 6 लेन का होगा। मुंबई पुलिस की तरफ मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक (MHTL) पर 4 पहिया वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। इन वाहनों में कार, टैक्सी, हल्के मोटर वाहन, मिनी बस और टू-एक्सल बस को शामिल किया गया है। इस पुल के ऊपर और नीचे 190 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनमें से 130 कैमरे हाईटेक और AI से लैस हैं।
सिर्फ सेतु पर पड़ेगी लाइट
मुंबई हार्बर टांस लिंक जहां पर बनाया गया है। उस क्षेत्र में हर साल सर्दियों में फ्लेमिंगो पक्षी यहां आते हैं। इसका खास ख्याल रखते हुए पुल के किनारे साउंड बैरियर भी लगाए गए हैं। इससे ध्वनि प्रदूषण नहीं होगा और पक्षियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। इसके अलावा पुल पर ऐसी लाइटें लगाई गई हैं, जो सिर्फ पुल पर पड़ेंगी और समुद्री जीवों को नुकसान नहीं पहुंचेगा।