मांसाहारी खाद्य पदार्थों में विटामिन बी12 प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। यह आपके डीएनए को बनाने में मदद करता है। इस पोषक तत्व की कमी से खून की ताकत खोने लगती है और दिमाग भी कमजोर हो जाता है। कोशिकाओं को स्वस्थ रहने के लिए विटामिन बी12 की जरूरत पड़ती है, इसलिए इसकी थोड़ी कमी भी पूरे शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
विटामिन बी12 क्या है? इसे कोबालामिन भी कहते हैं और यह पानी में घुलने वाला विटामिन है। यह आपके नर्वस सिस्टम को विकसित करने के लिए जरूरी होता है। नेशनल हेल्थ इंस्टीट्यूट 19 साल या उससे बड़े वयस्कों को रोजाना 2.4 mcg कोबालामिन लेने की सलाह देता है। कुछ लक्षण इसकी डेफिशिएंसी शुरू होने की चेतावनी देते हैं और मरीज को ऐसा लगता है कि शरीर में जान ही नहीं बची।
बेवजह और हर वक्त थकान रहना विटामिन बी12 की कमी का संकेत है। शोध के मुताबिक (ref.), इसकी वजह से रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन कम होने लगता है और शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो बिगड़ जाता है। इसके बाद मरीज को थकावट, बदन टूटना, आलस और सांस फूलने की दिक्कत हो सकती है।
कोबालामिन कम होने पर जी मिचलाना, कब्ज, गैस, ब्लोटिंग और एसिडिटी की दिक्कत हो जाती है। इसके अवशोषण और उत्पादन में पेट के हेल्दी बैक्टीरिया का रोल जरूरी होता है। जब इनका फंक्शन बिगड़ जाता है तो इस विटामिन की कमी हो जाती है।
इस समस्या को ग्लोसाइटिस कहते हैं और इसमें मुंह के अंदर सूजन, लालिमा और दर्द हो सकता है। आमतौर पर यह जीभ के आसपास होती है और कई बार दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित कर सकती है। विटामिन बी12 की कमी से होने वाली एनीमिया में यह काफी आम है।