गणतंत्र दिवस पर फाइटर बेटियों का जलवा, जानें कौन हैं वायुसेना झांकी का हिस्सा बनने वाली अन्नया और आसमा

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राजधानी में गणतंत्र दिवस के अवसर पर सुरक्षाबलों के जवान अपनी कदमताल से लोगों में जोश भर देंगे। इस बार पहली बार

दो महिला पायलट फ्लाइंग ऑफिसर आसमा शेख और फ्लाइट लेफ्टिनेंट अन्नया शर्मा पहली बार इस बार गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा होंगी। वायुसेना की झांकी का ये दोनों अधिकारी नेतृत्व करेंगी। अन्नया सुखोई 30 लड़ाकू विमान की पायलट हैं। आसमा अभी सुखोई उड़ाने की ट्रेनिंग ले रही हैं।

सुखोई 30 लड़ाकू विमान की पायलट हैं अन्नया

दिल्ली की रहने वाली अन्नया के पिता भी एयरफोर्स में थे। उन्होंने बताया कि वह दिल्ली की रहने वाली हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि मेरे पिता एयरफोर्स में थे तो उन्हें देश के अलग-अलग हिस्से में स्कूलिंग करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि वह एयरफोर्स बाल भारती स्कूल दिल्ली से पढ़ाई की हैं। अन्नया ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक किया है। इसके बाद अन्नया इंडियन एयरफोर्स अकादमी की फ्लाइंग ब्रांच में शामिल हुईं। दिसंबर 2021 में उन्हें फाइटर ब्रांच में कमीशन मिला। अभी वह सुखोई 30 एयरक्राफ्ट उड़ा रही हैं।

पापा के साथ वायरल तस्वीर पर दिया जवाब

अन्नया का अपने पिता के साथ फाइटर प्लेन उड़ाने की एक तस्वीर वायरल हुई थी। इसपर उन्होंने बताया कि दो साल पहले उनको अपने पिता के साथ एक फॉरमेशन उड़ाने का मौका मिला था। उन्होंने बताया कि वह इस मौके पर काफी एक्साइटेड थीं। मेरे पिता के लिए भी ये गर्व करने वाला क्षण था। हम एक ही फॉरमेशन में उड़ रहे थे। अन्नया ने बताया कि उन्होंने ट्रेनिंग के दौरान प्लैटर, हॉक विमान उड़ा चुकी हैं। फिलहाल वह सुखोई 30 की फाइटर हैं।

अन्नया ने कहा कि मुझे कोई चुनौती नहीं लगती है। क्योंकि हमारी ट्रेनिंग ऐसी होती है कि कोई चुनौती पास आती भी है तो हम उनका आसानी से सामना करते हैं। उन्होंने बताया कि अकादमी में हमारे सीनियर हमें काफी गाइड करते हैं। उन्होंने कहा कि वह गणतंत्र दिवस पर पहली बार वायुसेना झांकी हिस्सा बनकर काफी खुश हैं। उन्हें इसका गर्व भी हो रहा है।

आसमा ने कहा कि बचपन से ही वह अपने दादा को देखते आई हैं। उनके दादा सेना में थे। वो अब रिटायर कर्नल हैं। आसमा ने कहा कि उन्हें देखकर मुझे हमेशा लगा कि मुझे फौज में जाना चाहिए। 2016 में जब वायुसेना में महिला फाइटर पायलट शामिल हुई थीं तब मैंने सोचा कि हां ये ऐसी चीज है जिसे हम जरूर कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि उनकी पूरी यात्रा काफी रोमांचक और चुनौतीपूर्ण रही है। आसमा ने बताया कि जब उन्होंने अकादमी ज्वाइन की तो उन्हें तरह-तरह के विमान उड़ाने की ट्रेनिंग मिली। उन्होंने कहा कि हमारी डेढ़ साल की ट्रेनिंग में मैंने अलग-अलग प्रकार के जहाज उड़ाए। शुरू में प्लैटर उड़ाया फिर किरण फिर हॉक एयरक्राफ्ट। उन्होंने बताया कि अभी सुखोई 30 के लिए उनकी ट्रेनिंग हो रही है।

कंधे से कंधे मिलाकर बढ़ते हैं आगे

आसमा ने कहा कि आज के समय में महिला और पुरुष में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने कहा कि महिला के पास भी उतनी ही क्षमता है जितना पुरुषों के पास है। जैसी आप ट्रेन करोगे वैसी ही आप फाइट करोगे। अगर आपने ट्रेनिंग बढ़िया की है तो युद्ध के समय में आप बेहतर कर पाएंगे। महिला और पुरुष में कोई फर्क नहीं है। आसमा ने कहा कि पहली बार मैं वायुसेना की झांकी में भाग ले रही हूं। हम भारतीय वायुसेना की झांकी का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ठंड तो है लेकिन हमें बहुत खुशी है और गर्व हो रहा है कि हमें हिस्सा बनने का मौका मिला है।

"वायुसेना की झांकी में बेटियों का जलवा"

 

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