हाइलाइट्स
- आज वर्चुअली होगी विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की बैठक
- नीतीश कुमार के संयोजक बनाने को लेकर हो सकता है फैसला
- 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में भागीदारी को लेकर भी होगी चर्चा
नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन में गतिविधियां तेज हैं। एक तरफ जहां कांग्रेस की गठबंधन समिति तमाम दलों से एक-एक कर मुलाकात कर सीटों के बंटवारे को लेकर मंथन में व्यस्त है तो वहीं दूसरी ओर शनिवार को I.N.D.I.A. गठबंधन के घटक दलों की वर्चुअल मीटिंग होनी है। सूत्रों के मुताबिक, बैठक का अहम अजेंडा गठबंधन दलों के बीच एक आम सहमति से संयोजक का चुनाव करना है। इस वर्चुअल बैठक में 14 विपक्षी दलों के नेताओं के साथ आने की बात कही जा रही है। इस बारे में कांग्रेस के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश ने शुक्रवार को एक पोस्ट में लिखा कि शनिवार सुबह 11:30 I.N.D.I.A. गठबंधन के नेता वर्चुअल बैठक करेंगे, जिसमें सीट बंटवारे और 14 जनवरी को मणिपुर के इंफाल के पास थोबल के पास से शुरू हो रही 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में भागीदारी, संयुक्त रैली सहित अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने को लेकर बन सकती है बात
बैठक में नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने को लेकर कोई फैसला हो सकता है। दरअसल, जेडीयू की ओर से लगातार इस मुद्दे को आगे बढ़ाया जा रहा है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगर सभी दलों के बीच आपसी सहमति बनती है तो नीतीश कुमार को संयोजक बनाए जाने के प्रस्ताव का फैसला हो सकता है। गौरतलब है कि कांग्रेस संयोजक के पद को लेकर बहुत ज्यादा इच्छुक नहीं है। दरअसल, कांग्रेस समझ रही है कि कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस को इस अहम पद दिए जाने को लेकर तैयार नहीं हैं। चर्चा यह भी है कि जेडीयू जैसे कुछ क्षेत्रीय दल कांग्रेस अध्यक्ष खरगे को I.N.D.I.A. गठबंधन का अध्यक्ष बनाए जाने की पैरवी कर रहे हैं। हालांकि कांग्रेस ऐसी किसी भी संभावना से इनकार कर रही है। पार्टी के एक सूत्र का कहना था कि जब तक की सभी क्षेत्रीय दल इसके लिए तैयार नहीं होते, कांग्रेस कोई भी महत्वपूर्ण भूमिका लेने से बचेगी। वहीं दूसरी ओर नीतीश कुमार को यह जिम्मेदारी दिए जाने को लेकर भी असंतोष के कुछ और उभर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी सुप्रीमो और वेस्ट बंगाल की सीएम ममता बनर्जी नीतीश कुमार को यह जिम्मेदारी दिए जाने के पक्ष में नहीं हैं।
टीएमसी ने इस बैठक में भाग लेने में असमर्थता जाहिर की है। हालांकि पार्टी की ओर से कहा गया है कि ममता बनर्जी पहले से ही किसी कार्यक्रम में व्यस्त है, इसलिए वह इसमें शामिल नहीं हो पाएंगी। सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी की ओर से इस वर्चुअल बैठक का समय और तारीख बदलने के लिए भी कहा गया था। जबकि टीएमसी की ओर से कहा जा रहा है कि ममता की गैर मौजूदगी में उनकी तरफ से कोई प्रतिनिधि भी इस मीटिंग में शामिल नहीं होगा। पार्टी का तर्क है कि यह मीटिंग विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं की है। दूसरी ओर सीटों के बंटवारे को लेकर भी कांग्रेस और टीएमसी के बीच आपसी मनमुटाव की बात सामने आ रही है।